CIBIl Score Big News: सिबिल स्कोर कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि भारतीय स्टेट बैंक में खराब सिविल स्कोर के कारण एक आवेदन करने वाले उम्मीदवार का नियुक्ति पत्र रद्द कर दिया था इसलिए सुनिश्चित करें कि आपका सिविल स्कोर अच्छा नियुक्ति मिलने के बाद भी आपकी सेवा समाप्त की जा सकती है और खराब सिविल स्कोर आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है ऐसे ही एक मामले में स्टेट बैंक आफ इंडिया के खिलाफ केस दाखिल किया गया था जो मद्रास हाई कोर्ट ने स्टेट बैंक इंडिया के फैसले को बरकरार रखते हुए शिकायत करने वाले उम्मीदवार की आज का को खारिज कर दिया है।
खराब स्कोर के कारण एसबीआई में रद्द कर दिया नियुक्ति पत्र
बता देंगे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा CBO पद के लिए विज्ञापन जारी किया गया था विज्ञापन के आधार पर पी कार्तिकेयन ने भी आवेदन किया था और परीक्षा भी पास कर ली इसके बाद स्टेट बैंक आफ इंडिया ने 12 मार्च 2021 में उन्हें नियुक्ति पत्र भी दे दिया लेकिन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने 9 अप्रैल 2021 को आवेदन करने वाले उम्मीदवार की नियुक्ति को रद्द कर दिया स्टेट बैंक ने बताया कि उन्होंने कार्तिकेयन के सिविल रिपोर्ट में वित्तीय अनुशासन की गंभीर कमियां पाई थी जिसके आधार पर उनके नियुक्ति पत्र को रद्द कर दिया गया।
आवेदक में दायर की कोर्ट में याचिका
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के फैसले पर उम्मीदवार ने मद्रास हाई कोर्ट में एक रेट फाइल की बैंक के आदेश को रद्द करने की मांग रेट में की गई थी साथ ही उसने दलील दी की बैंक द्वारा विज्ञापन जारी करने की तारीख तक उसके पास कोई लोन पेंडिंग नहीं था और उन्होंने सभी लोन चुका दिए थे सिविल समेत किसी भी क्रेडिट एजेंसी ने डिफाल्टर भी घोषित नहीं किया है ऐसे में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का फैसला पूरी तरह गलत है।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का क्या था पक्ष
बैंक ने अपने फैसले के बचाव में कहा कि विज्ञापन के मुताबिक अगर किसी भी आवेदक के नाम पर लोन या क्रेडिट कार्ड पेमेंट में चूक या फिर सिविल या फिर किसी अन्य क्रेडिट एजेंसी से खराब रिपोर्ट आती है तो पे पात्र नहीं माने जाएंगे बैंक ने जानकारी दी की नौकरी के लिए निकाले गए विज्ञापन में इस इस मामले को लेकर स्पष्ट रूप से दिशा निर्देश दिए गए थे।
मामले में कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया
इस मामले को लेकर मद्रास हाई कोर्ट ने की कार्तिकेय याचिका पर सुनवाई करते हुए बड़ा आदेश सुनाया और कहा लोन चुकाना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि लोन अभी में पूर्व भुगतान रिकॉर्ड भी बेदाग होना जरूरी है साथ ही जस्टिस एन. माला ने कहा कि किसी भी प्रकार की खराब सिविल रिपोर्ट स्वीकार नहीं की जाएगी एक बार जब कोई आगे तक विज्ञापन की सड़कों के आधार पर आवेदन करता है तो बाद में उन शर्तों को चुनौती बिल्कुल भी नहीं दी जा सकती है यह फैसला आवेदकों के लिए कितनी अनुशासन और आवेदन की शर्तों के पालन के महत्व को पूरी तरह से रेखांकित करता है। कोर्ट द्वारा दिए गए इस फैसले से साबित होता है कि सिविल स्कोर एक महत्वपूर्ण फैक्टर है जो की सरकारी और गैर सरकारी दोनों तरह के कर्मचारी और आम नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।